चलो कुछ अच्छा लिखते हैं
Updated: Aug 13, 2021

चलो कुछ अच्छा लिखते हैं पतझड़ में बहार, गुस्से में प्यार यारों में यार बचपन की मार झूठ में कुछ सच्चा लिखते हैं चलो कुछ अच्छा लिखते हैं आंखों की नमी, अपनों की कमी सपनों में आसमां कदमों में ज़मीं यादों की सदा लिखते हैं चलो कुछ अच्छा लिखते हैं पिता की जिम्मेदारी बड़ों की समझदारी वक्त की मार मां का प्यार दिल को बच्चा लिखते हैं चलो कुछ अच्छा लिखते हैं सावन की बौछार मौसम की बहार दिल की आरजू फूलों की खुशबू आंखों में नशा लिखते हैं चलो कुछ अच्छा लिखते हैं