जिंदगी क्या थी और क्या हो गई
Updated: Aug 13, 2021

जिंदगी क्या थी और ये क्या हो गई
जो भी दिल में भरी सब हवा हो गई
लोगों के बिछड़ने का सिलसिला यूं चला
जैसे खुद से मिलकर खुद खफा हो गई
न जाने कितने हमें छोड़ कर चले गए
रहते थे जो दिल में, मुंह मोड़ कर चले गए
राह तकती हैं आंखें आज भी उन रिश्तों को
वो रिश्त-ए-बफा भी अपने आप में ख़फा हो गई
ऐ खुदा अब तो सब ठीक कर दो तुम
खबर खराब सुन सुनकर हर दवा हो गई
काश फिर कोई अच्छी खबर आए फिजां से
अब तो हवा भी सुना है हवा हो गई
काश फिर जहां पहले जैसा हो जाए
हर तरफ खुशी कोई ना परेशान होने पाए
मिले ईद सब एक दूसरे को गले मिलकर
ये दुआ ही सब के दिल की दवा हो गई
जिंदगी क्या थी और ये क्या हो गई
जो भी दिल में भरी थी हवा हो गई